भूकम्प : एक प्राकृतिक आपदा के साथ दैविक प्रकोप भी
नेपाल में आया महा विनाश कारी भूकम्प ने पूरी मानवता को झकझोर कर रख दिया है. प्रकृति में लगातार मनुष्यो द्वारा छेरछाड़ की यह भयंकर परिणति है. लेकिन इसके साथ ही ये एक दैविक प्रकोप भी है. पवित्र हिमालय में पर्वतारोहण के नाम पर अपवित्र मानवो के कदम पड़ना, मांस मछली, अंडे और शराब का प्रयोग हिमालय की पवित्र देव भूमि पर करने से ही यहाँ निवास करने वाली दिव्य शक्तियॉं प्रकुपित हुई है. लगातार हिमालय के दिव्य क्षेत्र में ये हलचल देवताओ द्वारा हम मनुष्यों को चेतावनी है की सुधरो अपनी प्रकृति के साथ खेलवार मत करो, पर्वतो को मत तोड़ो नदीओ को अविरल बहने दो. पवित्र देव भूमि में हर किसी के कदम मत पडने दो. ये तपस्वीओ की भूमि है, उनको ही यहाँ साधना करने दो. एवरेस्ट पर चढ़ कर भले ही अपना झंडा गाड़ लो किन्तु यही तुम्हारी अधः पतन की निशानी है. हिमालय पवित्र है उसे पवित्र ही रहने दो. फालतू के कमाई करने वाले मंदिरो का निर्माण यहाँ मत करो. जो स्वंय देव भूमि है वहाँ तुम्हारे बनाये मंदिरो की कोई कीमत नहीं है. जिस दिन हिमालय कुपित होता है तुम्हारे सारे किये गए निर्माण बिध्वंश हो जायेंगे।
अभिषेक कुमार : शक्ति अनुसन्धान केंद्र
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